जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
लुट गए , लुट गए,
लुट गए ए ए ए।
लुट गए देश के युवा,
रैकेटबाजों की बात में आय।
पेपर के बदले में देखो,
मोटी रकम थे दियो थमाय।
कुछ तो अपनी जमीं ही,
रख दी गिरवी।
कुछ कर्जे में गयो तोपाय।।
इन रैकेटबाजों को देखो,
अपना चैनल दिए चलाय।
पक्ष-विपक्ष दोनों मिल लूटे,
युवाओं को मौका पाय।
जो मेरे सम्पर्क में आए,
उन्हें साफ़ हम दिये चेताय।
मत लुटिह तूँ भइया-बहिनी,
मौका गयल चुनावी आय।
ग़र फ़स ल ओनका चक्कर में,
बाद में लगब, तूँ पशताय।
रैकेटबाज भेजिके पेपर तोहँका,
आपन लेइहैं जान छोड़ाय।
मुहँ पिटब आपन तूँ छिपि के,
पइसा आपन दे ब गवांय।
घुटि-घुटि रोइ ब भितरैं बचवा,
केहू से कहै लायक रही नाय।
लेखक - विजय मेहंदी, मड़ियाहूँ,जौनपुर (उत्तर प्रदेश)
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बहुत जरूरी सूचना :- रात को दुर्घटना से बचने के लिए अपनी गाड़ी को लो बीम में चलाएँ !
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