जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
चौमूं/जयपुर (संस्कार सृजन) राजकीय कन्या महाविद्यालय में आईक्यूएसी एवं नवाचार प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग राजस्थान, विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर एमरजैंसी एंड ट्रॉमा तथा उच्च शिक्षा विभाग राजस्थान के संयुक्त प्रयासों के परिणाम स्वरूप स्टूडेंट ऑगमेंटेड ट्रेनिंग फॉर यूथ एमप्लीफिकेशन पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला सत्यम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया ।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राजेंद्र कुमार ने सत्यम प्रशिक्षण दल का स्वागत किया । उन्होंने यह जानकारी दी कि प्रथम दिवस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजकीय कन्या महाविद्यालय चौमू के अतिरिक्त राजकीय महाविद्यालय दूदू, राजकीय कन्या महाविद्यालय दूदू, राजकीय महाविद्यालय चाकसू, राजकीय कन्या महाविद्यालय चाकसू एवं राजकीय महाविद्यालय फागी के 41 शैक्षणिक व शैक्षणिक कर्मचारियों ने अधिकारी व कर्मचारियों ने पूर्ण रुचि एवं निष्ठा के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात प्रशिक्षक के रूप में जीवन रक्षक कौशलों के ज्ञान को विद्यार्थियों तक पहुंचाने का संकल्प लिया, जिससे विद्यार्थियों के माध्यम से संपूर्ण समुदाय में जीवन रक्षक कौशलों का विकास हो सके। संयोजक प्रो. मीनाक्षी जैन ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि व रूपरेखा का वर्णन किया और कार्यक्रम के महत्व को सदन के पटल पर रखा।
सत्यम टीम की नेतृत्व अधिकारी नेहा बिष्ट ने राजस्थान सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा व जीवन रक्षा के क्षेत्र में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी और यह समझाया कि किस प्रकार समाज का कोई भी व्यक्ति सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटना की स्थिति में घायल व्यक्ति के जीवन का रक्षक बन सकता है । कार्यशाला के प्रथम तकनीकी सत्र में नेहा बिष्ट एवं रवि जोशी ने संपूर्ण ट्रेंनिंग माड्यूल को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दर्शाया, जिसके अंतर्गत सड़क सुरक्षा आपात स्थिति में प्रबंधन, समय की संवेदनशीलता, प्राथमिक उपचार संबंधी विशेष सावधानियां और आवश्यक कार्यों के बारे में कार्यशाला प्रतिभागियों को तकनीकी जानकारी दी तथा प्रशिक्षण से पूर्व एवं पश्चात टेस्ट के माध्यम से उनके द्वारा संवर्धित ज्ञान का परीक्षण किया। कार्यशाला के दूसरे दिन प्रथम दिवस पर प्रशिक्षित संकाय सदस्यों ने महाविद्यालय की 338 छात्राओं को जीवन रक्षक कौशलों का प्रशिक्षण दिया।
इस तकनीकी सत्र में स्टेट कोऑर्डिनेटर निशा बग्गा, डॉ. शानवी, डॉ. कल्पना, डॉ. हिमांशी, जगदीश आदि कुशल प्रशिक्षकों ने फर्स्ट ऐड, सीपीआर, प्रेशर बैंडेजिंग तथा जीवन शैली से जुड़ी विभिन्न बीमारियों संबंधी लाइव सेशन लेते हुए छात्राओं को प्रशिक्षण दिया एवं अभ्यास द्वारा इन जीवन कौशलों में पारंगत किया। कार्यक्रम में आइक्यूएसी संयोजक प्रो. उषा परनामी, महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक व शैक्षणिक कर्मचारियों तथा स्वयंसेवक छात्राओं ने अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया । महाविद्यालय परिवार एवं प्रशिक्षण दल के सभी सदस्यों ने महाविद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से करवाए जाने की आशा व्यक्त की।
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें - 9214996258,7014468512.