उद्योग कनेक्ट कार्यक्रम का हुआ आयोजन

जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !

संस्कार न्यूज़ @ राम गोपाल सैनी 

जयपुर (संस्कार न्यूज़) नेटवर्किंग इवेन्ट (PHYSICAL) राजस्थान सरकार, कौशल, रोजगार और उद्यमिता विभाग और यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट  (यूईएम), जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में आज सुबह 11 बजे आरएसएलडीसी सभागार, झालाना इंस्टीट्यूशनल एरिया, जयपुर, में 'रोजगार परिदृश्य पोस्ट कोविद -19' पर "उद्योग कनेक्ट कार्यक्रम" का आयोजन किया गया। 


 
उद्योग कनेक्ट कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकार,अधिकारियों, उद्योग कर्मियों, FICCI, CII, VKI, FORT के बीच वार्ता कर रोजगार की सम्भावनाओ का पता लगाना है साथ ही कोविड -19  के बाद युवाओं के  लिए रोजगार किस तरह से उपलब्ध कराया जा सकता है के बारे में चर्चा हुई।

कार्यक्रम एक मंच के रूप था, जहां सरकार के प्रतिनिधि, उद्योगपति, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मानव संसाधन पेशेवर, और विश्वविद्यालय के अधिकारी दुनिया भर व भारत में रोजगार, उद्योग के कामकाज के पैटर्न में परिवर्तन, भर्ती आदि पर वैश्विक महामारी के प्रभाव के बारे में चर्चाएं हुई और विशेष रूप से कार्यक्रम का फोकस इस बात पर चर्चा करना रहा कि कोरोना के बाद रोजगार के क्षेत्रों में किस प्रकार से वृद्धि की जा सकती  है और युवाओं को को अधिक मात्रा में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए क्या सम्भावनाये देखी जा सकती है। 

कार्यक्रम में आईएएस नीरज के पवन ने 23 मार्च 2021 को यूनिवर्सिटी कैंपस में रोजगार विभाग (कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग जयपुर व यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होने वाले रोजगार मेले के पोस्टर का विमोचन किया। साथ ही रोजगार मेला रजिस्ट्रेशन वेबसाइट को डीजिटल माध्यम से लॉन्च किया गया। आईएएस नीरज के पवन ने कहा कि बिना किसी औपचारिकताओं के उद्यमियों अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना चाहिए साथ ही उद्यमियों को अच्छे श्रमिकों का प्रयास करना चाहिए जिससे कि उत्पादन को बढ़ाया जा सके और उद्योगों के विकाश में वृद्धि हो सके। इससे रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे। 

यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार प्रो डॉ प्रदीप शर्मा ने राजस्थान सरकार उद्यमियों और संस्थानों को एक प्लेटफार्म पर आकर विद्यार्थियों के लिए सही मार्गदर्शन उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया! साथ ही उन्होंने बताया कि यूईएम जयपुर अपने यहां कौशल आधारित पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने के लिए तैयार है, बशर्ते उद्यमी अपनी आवश्यकताएं यूनिवर्सिटी को बताएं। डॉ शर्मा ने कहा यूईएम जयपुर में आईटी सेक्टर को मजबूत करने के लिए व वर्तमान आवश्यकताओं के हिसाब से योग्य वातावरण उपलब्ध है।

कार्यक्रम में  प्रतीक झाझरिया - श्रम आयुक्त, राजस्थान सरकार, प्रदीप के गावंडे - एमडी, राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (RSLDC),  महेश शर्मा - निदेशक, कौशल, रोजगार और उद्यमिता विभाग, नितिन गुप्ता, निदेशक, सीआईआई,  अरुण अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, FORTI,  जगदीश सोमानी, पूर्व अध्यक्ष, वीकेआई, एन के जैन प्रेजिडेंट एम्प्लॉयीज एसोसिएशन, सुमित तिवारी- अल्ट्राटेक सीमेंट, दिग्विजय डाबरिया- PHED चैम्बर ऑफ कॉमर्स, अल्का बत्रा, रानू श्रीवास्तव, प्रोफेसर डॉ प्रदीप कुमार शर्मा, रजिस्ट्रार, यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (यूईएम), जयपुर, प्रोफेसर डॉ अनिरुद्ध मुखर्जी, डीन, यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट  (यूईएम), जयपुर आदि रहे | 

यूनिवर्सिटी उपनिदेशक प्रोजेक्ट संदीप अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम यूनिवर्सिटी के प्रो उमेश गुरनानी, प्लेसमेंट विभाग के सचिन पाण्डे, अनुज सेठी ,रीसर्च स्कोलर अफाक अहमद, ज्योतिर्मय सहा के साथ साथ अन्य विद्यार्थीयो ने भी शिरकत की। 


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