जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
जयपुर (संस्कार सृजन) स्पिक मैके के जयपुर चैप्टर की ओर युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कुचिपुड़ी नृत्य के सर्किट में जयपुर के मणिपाल यूनिवर्सिटी,आर्य कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड आईटी और पूर्णिमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गये |
प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना टी रेड्डी लक्ष्मी ने दुर्गा स्त्रोत महिषासुर मर्दिनी से कार्यक्रम की शुरूआत की। जयपुर चैप्टर कोऑर्डिनेटर डॉ. मृणाली कांकर ने बताया कि नृत्यांगना टी रेड्डी लक्ष्मी ने कार्यक्रम में कुचिपुड़ी नृत्य की अनेक प्रकार की मुद्राओं के बारे में छात्र-छात्राओं को बखूबी बताया। "आज आए शाम मोहन" गायन द्वारा द्रोपदी चीर हरण दृश्य को कुचिपुड़ी नृत्य में प्रस्तुत कर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। उन्होंने कुचिपुड़ी नृत्य की बारीकियां, इसके इतिहास के बारे में समझाते हुए नृत्य कर सभी का मन मोह लिया एवं आदि शंकराचार्य कृत शिव तरंगम की प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उनके साथ उनके साथ गायन में जयन कोट्टक्कल, मृदंग पर वेत्रि भूपति एवं वायलिन पर किम सौम्या कन्नन ने संगत दी।
कार्यक्रम में स्पिक मैके जयपुर चैप्टर के आर्टिस्ट कोऑर्डिनेटर अजीत पंडित मौजूद रहे। प्रदर्शन के बाद में विद्यार्थियों ने कलाकारों से संवाद भी किया व गहन जानकारियां प्राप्त की। कार्यक्रम में बाहर से पधारे हुए शिक्षक, कलाकार व अन्य संगीत रसिको की मौजूदगी रही। मणिपाल यूनिवर्सिटी में 200-250, आर्य कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड आईटी में 350-400 तथा पूर्णिमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी 300-350 विद्यार्थी और शिक्षक- शिक्षिकाएं इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए ।
कलाकारों का स्वागत करते हुए उनके साथ सभी संस्था के पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन किया एवं उन्होंने स्पिक मैके संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को इस तरह की गतिविधियों का महत्व समझाया। यह सर्किट 17 फरवरी 2025 को अलवर से शुरू होकर जयपुर होते हुए वनस्थली विद्यापीठ एवं पिलानी में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में संचालित किया गया है | बिड़ला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (बिट्स) पिलानी में 21 फरवरी 2025 को कार्यक्रम के साथ इस कुचिपुड़ी नृत्य के सर्किट का समापन होगा। जयपुर में इस प्रकार के सर्किट आगे भी आयोजित किए जाएंगे।
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें - 9214996258,7014468512.