जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
जयपुर (संस्कार सृजन) विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि अब कोई भी राष्ट्र नायकों का अपमान नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि कुछ दलों के नेतागण ने देश के नायकों के अपमान का सिलसिला जारी रख एक माहौल बनाने की कोशिश की थी। ऐसे लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुंह तोड जवाब मिला है। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रखते हुए कहा कि कुछ लोगों ने नई पीढ़ी के सामने नायकों के प्रति अपमान का भाव रखा। उन्होंने कहा कि देश के लिए बलिदान करने वाले नायक सभी लोगों के लिए आदरणीय है।
उन्होंने कहा कि देश के नायकों के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। राष्ट्र नायकों का अपमान देश कभी सहन नहीं करेगा। स्वतंत्रता सैनानियों की जीवनी और उनके द्वारा स्वतन्त्रता आन्दोलन में दिये गये योगदान के बारे में समाचार पत्रों को आलेख प्रकाशित करने चाहिए, ताकि लोग उनको समझ सके। राष्ट्र नायक भावी पीढी के आदर्श बन सके।
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी शनिवार को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान के सभागार में एसोसिएशन ऑफ स्माल एण्ड मीडियम न्यजपेपर्स ऑफ इण्डिया के 31वें राष्ट्रीय अधिवेशन और पांच दशक तक पत्रकारिता करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों के अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर समस्त अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया। देवनानी ने समारोह में 28 वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया।
समारोह के आरम्भ में पहलगाम की घटना में दिवंगत हुए लोगों के लिए मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ और जनतंत्र की नींव है। आजादी के आन्दोलन और आपातकाल में समाचार पत्रों ने मिशन के तौर पर कार्य किया। लोगों के भाव जागृत किये, मुद्दे उठाए जिनके आधार पर आज लोकतंत्र मजबूत हुआ है। आज के बदलते डिजिटल दौर में भी प्रिन्ट मीडिया का अपना महत्व है। समाचार पत्रों के सम्पादकीय पृष्ठ नई पीढी को आगे बढाने में बेहतर भूमिका निभाते है।
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि लघु और मध्यम समाचार पत्रों के सामने अनेक चुनौतियां है, जिनका उन्हें मुकाबला करना होगा। उन्होंने कहा कि पारदर्शी निष्पक्ष विज्ञापन नीति को अपनाने की जरूरत है। इसके लिए वे राज्य सरकार और केन्द्र सरकार को लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों की समस्या को लेकर आवश्यक मदद करने बारे में अपनी ओर से अवश्य सिफारिश करेंगे ।
आयोजन समिति के संयोजक विधायक और जानेमाने पत्रकार गोपाल शर्मा ने कहा कि देश में विचित्र परिस्थितियों के साथ अनायास हमले ने भारत माता को चुनौती दी है। किन्तु भारत हर चुनौतियों पर विजयी रहेगा और भारत माता की जय विश्व में गूंजेगी। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता की साख को बढाने के लिए पत्रकारों ने ईमानदारी से कार्य किया है। प्रदेश में कुछ ऐसे पत्रकार भी हैं जो अपनी ईमानदारी और जुझारूपन के लिए जाने जाते हैं, उनमे सुधेन्दु और आशा पटेल को मै सालों से संघर्ष करते हुए देख रहा हूँ | राजस्थान की पत्रकारिता गौरवशाली रही है। छोटे अखबारों के पत्रकार भी पत्रकारिता के आदर्श है।
समारोह में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव दत्त चंदोला ने लघु और मध्यम समाचार पत्रों की वर्तमान में आ रही अनेक समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा की आज हमारे ऊपर तरह तरह के कानून क़ायदे थोपे जा रहे हैं | हम अख़बार की खबरों और प्रबंधन में अपनी ताकत लगायें या सरकारी ओपचारिकता निभाएं | उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से गुजारिश की कि वे केंद्र सरकार को सिफारिश करें कि हम को जीएसटी से मुक्त करें | एसोसिएशन के राष्ट्रीय महामंत्री शंकर कतीरा ने आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज जिस प्रदेश में एसोसिएशन का राष्ट्रिय अधिवेशन हो रहा है,आशा पटेल उसकी 1996 से लेकर लंबे समय तक अध्यक्ष रही हैं |
इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चन्द छाबडा ने भी सम्बोधित किया। समारोह में देवनानी ने एसोसिएशन की स्मारिका" कलम कुम्भ" और अनुराग शर्मा का काव्य संग्रह " गूंजता एकांत " का विमोचन किया।
इन पांच दशक की पत्रकारिता करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों का हुआ सम्मान :-
प्रवीण चन्द छाबडा, विनोद भारद्वाज, सुधेन्दु पटेल, रामस्वरूप सोनी, एस.सी.जैन, देवव्रत शर्मा, आर.के.जैन, राधेश्याम, ओम सैनी, गोपाल गीतेश, आनन्द शर्मा, बृहस्पति शर्मा, पदम मेहता, गुलाब बत्रा, प्रकाश भण्डारी, सत्य पारीक, सत्यनारायण शर्मा, आशा पटेल, एल.सी. भारतीय, जगदीश शर्मा, महेश शर्मा, महेश झालानी, अजय ढढडा और हरि सिंह सोलंकी।
रिपोर्ट : आशा पटेल
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