जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
चूरू (संस्कार सृजन) सेठजी जयदयालजी गोयंका द्वारा स्थापित, स्वामी श्री रामसुखदासजी महाराज द्वारा सिंचित, गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा संचालित स्थानीय श्रीऋषिकुलब्रह्मचर्याश्रम, चूरू में सूर्य रथ सप्तमी के पावन अवसर पर समस्त आश्रम परिवार द्वारा सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया गया।
योग विशेषज्ञ योगाचार्य शंकरलाल सैनी के मार्गदर्शन में आश्रम में अध्ययनरत ब्रह्मचर्यों, आचार्यों व कर्मचारियों ने 31 बार सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया। इस दौरान 12 स्टेप का मंत्रों सहित अभ्यास करते हुए इससे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी ग्रहण की गई। सभी ने उत्साह पूर्वक सूर्य नमस्कार किया।
योगाचार्य शंकरलाल सैनी ने बताया कि सूर्य नमस्कार शरीर का सम्पूर्ण व्यायाम है इसके रोजाना करने से मानसिक, आध्यात्मिक, आत्मिक शांति व शारीरिक बल मिलता है। आश्रम के प्रबंधक ईश्वरसिंह राठौड़ ने योग व सूर्य नमस्कार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन-मस्तिष्क के लिए हमारी सदियों से चली आ रही योग परंपरा व सूर्य नमस्कार को अपनाना अति आवश्यक है।इस अवसर पर आचार्य रणवीर सिंह, महेशकुमार गौड़, आशीषकुमार शर्मा, राममोहन दाधीच, रोहित शर्मा, योगशिक्षक संदीप सिंह व नरेंद्र सिंह सहित ऋषिकुल के कर्मचारीगण एवं ब्रह्मचारीगण उपस्थित रहे ।
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