जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
उदयपुर (संस्कार सृजन) अपना घर आश्रम उदयपुर ने फिर कराया भाई से भाई का मिलन। बेदला स्थित अपना घर आश्रम उदयपुर की रेस्क्यू टीम द्वारा दिनांक 15.09.2024 को प्रताप नगर चौराहे , उदयपुर से आश्रयहीन अवस्था में विक्रम उर्फ पिंटू भाई प्रभुजी को रेस्क्यू कर आश्रम में सेवा, उपचार एवं पुनर्वास हेतु भर्ती किया गया था।
आश्रम सचिव गोपाल कनेरिया ने बताया कि आश्रम में निरंतर चिकित्सा उपचार एवं ईश्वर की असीम कृपा से प्रभु जी के स्वास्थ्य में सुधार हुआ । काउंसलिंग के दौरान विक्रम प्रभु जी ने अपना मूल नाम पिंटूभाई तथा अपने घर का पता तुर्खा, बोटाज, गुजरात में होना बताया।
प्राप्त जानकारी के आधार पर आश्रम प्रभारी सुल्तान सिंह द्वारा गूगल मैप के माध्यम से वहां के लोगों के संपर्क नंबर निकालकर उनसे बातचीत करके विक्रम प्रभुजी की फोटो व जानकारी भेजी। प्रयत्न सफल रहा और उनके परिजनों से संपर्क हुआ। उनको विक्रम प्रभुजी के उदयपुर आश्रम में होने की जानकारी दी एवं विक्रम प्रभुजी से बात भी कराई।जिस पर उनके भाई श्यामजीभाई कान्हाभाई एवं जमाई विठ्ठलभाई करसनभाई विक्रम उर्फ पिंटू भाई प्रभुजी को लेने जाने के लिए अपना घर आश्रम उदयपुर में आए।
प्रभु जी के भाई और जमाई द्वारा बताया गया कि यह घर से लगभग 1 साल पहले काम करने के लिए निकले थे। काफी समय से घर नहीं आए तो हमने उनकी खोजबीन की लेकिन यह हमें कहीं नहीं मिले। इनके तीन बच्चे हैं,इनकी पत्नी भी है वह सभी उनके आने की राह देखते रहते हैं। अपना घर आश्रम के द्वारा हमें सूचना मिली तो हमारे परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। सूचना मिलते ही तुरंत ही हम अपने भाई को लेने के लिए अपना घर आश्रम उदयपुर में आए । अपने भाई को सकुशल देखकर हमें बहुत खुशी हो रही है। हम अपना घर आश्रम का तहे दिल से धन्यवाद, आभार प्रकट करते हैं । भगवान आपको खूब तरक्की दे ऐसा आशीर्वाद देते हैं। हमें विश्वास नहीं हो रहा की एक अनजान व्यक्ति की आप इतनी सेवा कर सकते हैं।
आश्रम की आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर आश्रम अध्यक्ष सुरेश विजयवर्गीय, सचिव गोपाल कनेरिया द्वारा प्रभु जी का तिलक लगाकर एवं उपरणा पहनाकर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ विक्रम उर्फ पिंटूभाई प्रभु जी को उनके भाई श्याम कान्हाभाई एवं उनके जमाई विट्ठलभाई करसनभाई के साथ उनके बताए विदा किया। सेवा के इस पुनीत कार्य में आयुर्वेदिक डॉ. ज्योति सहल, डा . जयप्रकाश गुप्ता एवं उनकी टीम तथा आश्रम के समस्त सेवा साथी उपस्थित रहे । अभी तक 78 प्रभुजी को उनके परिवारजनों से मिला दिया है। वर्तमान में आश्रम में 47 प्रभुजी निवासरत हैं।
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें - 9214996258,7014468512.