प्रदूषण रहित दीपावली पर्व मनाने का लें संकल्प : डॉ. बलवीर सिंह तोमर

जीवन अनमोल है इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !

संस्कार सृजन राम गोपाल सैनी

ग्रीन पटाखे या प्रदूषण रहित पटाखे जलाकर मनाएं अपना त्यौहार

प्रदूषण के कारण सांस की तकलीफ और अस्थमा से पीड़ित लोगों को होती है तकलीफ

जयपुर (संस्कार सृजन) भारतीयों के लिए दीपावली पर्व का बहुत महत्व है, जिसके कारण यहां के लोग इस पर्व को उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं। इस त्यौहार को प्रकाश और खुशी का दिन भी कहा जाता है। इस दिन प्रभु श्रीराम अपना 14 साल का वनवास खत्म कर अयोध्या लौटे थे, इसी खुशी के कारण देशभर में हर साल दिवाली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। 


आज की बात करे तो आज दीपावली के दिन लोग पटाखे जलाकर खुशी जताते हैं, लेकिन इस खुशी में लोग ये भूल जाते हैं कि पटाखे जलाने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है, जिसके कारण सांस या अस्थमा के रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी दीपावली पटाखे जलाकर अपनी खुशी का इजहार करते हैं तो आपको इनके विकल्पों पर ध्यान देते हुए ग्रीन पटाखे या प्रदूषण रहित पटाखे जलाने चाहिए, जिससे सभी लोग (सांस या अस्थमा के रोगी) भी दीपावली का पर्व खुशी और उत्साह के साथ मना सके। 

निम्स हॉस्पिटल जयपुर के न्यूरो सर्जन डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि  दीपावली पर्व पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और लोग अपनी खुशी का इजहार पटाखे जलाकर भी करते हैं। उन्होंने बताया कि पटाखे जलाकर त्यौहार मनाना कोई गलत नहीं, लेकिन हमें पर्यावरण प्रदूषण या वायु प्रदूषण के बारे में भी कुछ सोचना चाहिए, क्योंकि पर्यावरण प्रदूषण पशु, पक्षियों और यहां तक सभी मनुष्यों के लिए भी हानिकारक होता है। प्रदूषण के कारण कई तरह की बीमारियां पनपती है, जिससे सभी जीवों की जान का खतरा भी बना रहता है। हालांकि हम प्रदूषण रहित पटाखे या फिर ग्रीन पटाखे जलाकर भी अपना त्यौहार मना सकते हैं, सिर्फ इसके लिए हमें थोड़ी सी अपनी सोच बदलनी है। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानियां सांस की तकलीफ से पीड़ित लोगों या अस्थमा का इलाज ले रहे रोगियों को होती है। पटाखों से  होने वाले प्रदूषण के कारण ऐसे लोगों को सांस की समस्याएं ज्यादा होने लगती है, जिसके कारण कई बार तो इन रोगियों को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है और कई बार इनकी जान को भी खतरा होता है। 


निम्स हॉस्पिटल, जयपुर चेयरमैन डॉ. बलवीर सिंह तोमर ने बताया कि आज के परिदृश्य में लोगों को जागरूक होने और सोचने की जरूरत है, क्योंकि जिस तरह से देश में वायु प्रदूषण फैल रहा है यह यहां विचरण करने वाले सभी जीवों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए जहां तक हो सके हमें पर्यावरण प्रदूषण और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने दीपावली के इस पावन पर्व की सभी प्रदेशवासियों सहित देशवासियों को शुभकामनाएं दी और संकल्प लेने के लिए कहा है कि इस बार हम  प्रदूषण रहित पटाखे या फिर ग्रीन पटाखे जलाकर उतनी ही खुशी के साथ इस त्यौहार को मनाए, जैसे हमेशा मनाते आ रहे हैं।


हम सभी किसी ना किसी रूप में जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं | पड़ोसी भूखा नहीं सोए इसका ध्यान रखें |

" संस्कार सृजन " कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देता है |

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