पहले से ज्यादा चालाक हो गया कोरोना का नया वेरिएंट, अधिक सावधानी बरतने की जरूरत: डॉ. वीके पॉल

जीवन अनमोल है इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !

संस्कार न्यूज़ राम गोपाल सैनी

नई दिल्ली (संस्कार न्यूज़) देश में कोरोना के कम होते मामले और टीकाकरण की स्थिति पर प्रेस कांफ्रेंस करते नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि अभी वायरस का संचरण बहुत कम है। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट 2020 के मुकाबले ज़्यादा चालाक हो गया है। अब हमें ज्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है। हमें ज्यादा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा। मास्क लगातार पहने रखना होगा। कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करना होगा। इसके बिना परिस्थिति फिर खराब हो सकती है।

उन्होंने कहा कि डेल्टा वेरिएंट ने कोरोना की दूसरी लहर में प्रमुख भूमिका निभाई। इस वेरिएंट के एक अतिरिक्त म्यूटेशन का पता लगा है, जिसे डेल्टा प्लस के रूप में जाना जाता है। इसका वैश्विक डेटा सिस्टम प्रस्तुत किया गया है। इसे मार्च से यूरोप में देखा गया है और इसे 13 जून को सार्वजनिक डोमेन में लाया गया है। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट का एक प्रकार का इंटरेस्ट है। इसे अभी तक वेरिएंट की चिंता के एक प्रकार के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, यह वेरिएंट मोनो क्लोनल एंटीबॉडी के उपयोग को समाप्त करता है। हम इस वैरिएंट के बारे में और अध्ययन करेंगे और जानेंगे।

डॉ. पॉल ने कहा कि नोवावैक्स वैक्सीन के रिजल्ट आशाजनक हैं। हम सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध आंकड़ों से परख रहे हैं कि यह टीका बहुत सुरक्षित और अत्यधिक प्रभावी है। इसका उत्पादन भारत में किया जाएगा। क्लिनिकल परीक्षण किए जा रहे हैं और एडवांस चरण पूरा होने की ओर है। नोवावैक्स वैक्सीन के उत्पादन में कुछ समय के लिए रहेगा। मैं यह भी उम्मीद कर रहा हूं कि वे (अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स) बच्चों पर भी परीक्षण शुरू करेंगे।

नए केसों की रफ्तार में 85 फीसदी तक की कमी

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि बीते दिनों कोरोना के पीक से तुलना करें तो नए केसों की रफ्तार में 85 फीसदी तक की कमी आई है। 75 दिनों के बाद यह स्थिति देखने को मिली है। इससे पता चलता है कि देश भर में ही संक्रमण दर लगातार कम हो रही है। देश में 9 लाख के करीब सक्रिय मामले बने हुए हैं। 20 राज्यों में 5,000 से कम सक्रिय मामले हैं। अन्य राज्यों में भी सक्रिय मामलों में कमी आ रही है। रिकवरी दर भी बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में देश में 1,17,525 रिकवरी हुई है।

कोरोना की दूसरी लहर में बच्चों पर ज्यादा असर नहीं

कोरोना की दूसरी लहर में किशोरों और बच्चों पर ज्यादा कहर की बात को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से खारिज किया गया है। यही नहीं मंत्रालय की ओर से इसे लेकर आंकड़े भी जारी किए गए हैं, जो इसकी पुष्टि करते हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में 1-10 वर्ष के आयु वर्ग में 3.28 फीसद बच्चे संक्रमित हुए, जबकि दूसरी लहर के दौरान 3.05 फीसद संक्रमित हुए। पहली लहर में 11-20 साल के आयु वर्ग में 8.03 फीसद और दूसरी लहर में 8.5 फीसद संक्रमित हुए।

लव अग्रवाल ने कहा कि अब तक देश में कुल 26 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण एक अतिरिक्त उपकरण है। मैं सभी से स्वच्छता को प्राथमिकता देने और मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड प्रोटोकाल का पालन करने का आग्रह करता हूं। जितना हो सके, यात्रा से बचें।


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