जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
उत्तराखंड (संस्कार सृजन) राजकीय उच्चतर माद्यमिक विद्यालय बिझौली जनपद हरिद्वार में महाकवि सुब्रमण्यम भारती जयंती के अवसर पर"भारतीय भाषा उत्सव" 4 दिसंबर से 11 दिसंबर तक मनाया जा रहा है |
भाषा शिक्षक अशोक पाल सिंह ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में सांस्कृतिक एवं भाषाई विविधता है | राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भाषाओं (मातृभाषा आधारित शिक्षा और बहुभाषिकता) से व्यक्तित्व एवं समाज को समृद्ध किया जा सकता है।
प्रथम दिवस के अवसर पर भारतीय भाषा एकटा एवं पर्यावरण प्राकृतिक (वृक्ष) के माध्यम से भारतीय भाषाओं के बारे में चर्चा मानव वृक्ष का सम्बन्ध निकट वृक्ष की छत्रछाया में विकास हुआ वृक्ष पत्र (पत्ता) पर लेखन कार्य शुरू किया पत्र कहलाया । संभानत वृक्ष की छाल पत्ते फल फूल औषधीय गुण होते है | जैसे अदरक लहसुन, हल्दी, चन्दन, तुलसी, नीम , जामुन आदि | प्रकृति पर लेख, कविता लिखने वाले रचनाकारों के बारे में जानकारी दी | "सुमित्रा नंदन पंत, महादेवी वर्मा, सूर्यकान्त निराला, जय शंकर प्रसाद, रामधारी सिंह दिनकर, सोहन लाल द्विवेदी सहित कई कवियों ने सूरज, चाँद, धरा, आकाश, जन पर्वत पक्षियों के विषय में लिखा ।
द्वितीय दिवस भारतीय भाषा और प्रोद्योगिकी डिजिटल युग में शब्द शक्ति डिजिटल इंडिया एक अभियान है जिसका मुख्य उद्देश्य बेहतर ऑनलाइन बुनियादी शिक्षा एवं इंटरनेट को बढ़ावा देना है। किसी शब्द शक्ति को समझना शक्ति कहा जाता है। प्रत्येक व्यक्ति का समझने का दृष्टिकोण अलग होता है, व्यक्ति अपनी परिस्थितियों के अनुसार समझ लेता है। तृतीय दिवस भाषा और साहित्य पर विचार विमर्श हुआ |
इस अवसर पर प्रतिभाग किया आफरीन, गोपी, अक्षय, आर्यन, अरमान शहीद, कृष्णा, वंश, शिवा, दीपक, शादिक , प्रिंस कुमार, आकिफ, उजेफ, कादिर, क्रिष कुमार, आरती, पायल, खुशी, वरिष्ठ शिक्षक सुधीर सैनी, डॉक्टर कमल कांत बरुआ, इसराना खातून, जीतीं शर्मा आदि ने भाग लिया |
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें - 9214996258,7014468512.