जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
चौमूं / जयपुर (संस्कार सृजन) सेठ आरएल सहरिया राजकीय पीजी महाविद्यालय कालाडेरा के नई किरण: नशामुक्ति केंद्र, नव विकल्प संस्थान जयपुर व नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आज भव्य एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार के उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. जय भारत सिंह ने सेमिनार के सभी गणमान्य वक्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि नशा वर्तमान में एक बहुत बडी समस्या का रूप ले चुका है, भावी पीढ़ी को नशा मुक्त बनाने के लिए जागरूकता का पर्यावरण आज के समाज की बहुत बड़ी व महती मांग हैं। सेमिनार के संयोजक प्रो. मानप्रकाश मीणा ने सेमिनार के विषय को पटल पर रखते हुए, नशे के संबंध में भारत के वर्तमान परिदृश्य को रेखांकित किया। उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो, जयपुर के अधीक्षक अवधेश कुमार ने आंकडों व तथ्यों के साथ नशा मुक्ति अभियान की सार्थकता को बताते हुए कहा कि नशा स्टेप बाई स्टेप व्यक्ति विशेष केे घेर लेता हैं, जबकि आनंद व ताकत का नशे से कोई सहसंबंध नहीं है। नशे को ना कहना ही नशे से बचाव हैै। इसी विभाग के कपिल शर्मा ने एनडीपीएस एक्ट व ड्रग्स पेडलर के बारे में बताते हुए कहा कि किसी भी अनंजान व्यक्ति से न पार्सल लेना और न ही अपने पते पर दूसरो के कहने पर कोइ पार्सल मंगवाना चाहिए। उद्घाटन सत्र के चैयरपर्सन का दायित्व राजनीति विज्ञान विभाग के डाॅ. शक्ति सिंह ने निभाया।

प्रथम तकनीकी सत्र प्रो. अनंता माथुर की अध्यक्षता में प्रारंभ हुआ। इस सत्र के मुख्य वक्ता नशामुक्ति के क्षेत्र में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित, विकल्प संस्थान के अध्यक्ष हरीश भूटानी ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नशे से अपराध तक के दृष्टिकोण को समझाते हुए कहा कि नशे के प्रति स्वयं की जागरूकता ही सबसे बड़ा समाधान है।
अंतिम व समापन सत्र की अध्यक्षता डाॅ. सुभाष वर्मा ने की। इस सत्र के मुख्य वक्ता मान फाउंडेशन के चैयरपर्सन व सामाजिक कार्यकर्ता डाॅ. मनीषा सिंह ने सेमिनार सदन के सभी सदस्यों को नशा मुक्ति की शपथ दिलवाते हुए कहा कि अब हमें नशामुक्ति के साथ-साथ वर्चुुअल टच पर भी काम करना होगा। उल्लेखनीय है कि इस सेमिनार मे जय गुरूदेव फाउंडेशन जयपुर ने सेमिनार के प्रतिभागियों के लिए प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी रखा।सेमिनार के अतिथियों व वक्ताओं को नई किरण: नशामुक्ति केंद्र के सदस्य डाॅ. अनिता ज्याणी, डाॅ. नीलम कृष्णियां आदि द्वारा पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिंह द्वारा सम्मानित किया गया। समापन के बाद सेमिनार में भाग लेने वाले एनएसएस के स्वयंसेवकों व रोवर-रेंजर्स द्वारा नशामुक्ति बैनर पर विद्यार्थी हस्ताक्षर अभियान चलाया, जिस पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने हस्ताक्षर किये। सेमिनार में कुल 110 सहभागियों ने अपना ऑनलाइन पंजीयन करवाया। धन्यवाद ज्ञापन का दायित्व डाॅ. संजय सैनी एवं आशिष टांक की टीम ने निर्वहन किया। सेमिनार के सभी सत्रों का सफल संयोजन व संचालन डाॅ. शिखा पाटनी ने किया।
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