जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
जयपुर (संस्कार सृजन) आज चंद्र ग्रहण लग रहा है। यह ग्रहण भारत के समय के अनुसार 6 बजे शुरू हो गया है। श्राद्ध पूर्णिमा और पहला श्राद्ध है। इस ग्रहण की प्रभाव भारत में नहीं है, इस ग्रहण का सूतक काल भी नहीं है। आमतौर पर ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले माना जाता है। लेकिन इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा।
ज्योतिषियों के अनुसार यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यह ग्रहण भारत में मान्य नहीं है, लेकिन जहां यह ग्रहण दिखाई देगा, वहां इसका सूतक काल माना जाएगा। सूतक काल में पूजा आदि नहीं की जाती है। भारत के समय अनुसार चंद्र ग्रहण आज 18 सितंबर को सुबह 6:11 बजे शुरू हो गया है और सुबह 10:17 बजे समाप्त होगा, जो कुल 4 घंटे और 6 मिनट तक चलेगा।
अंतर्राष्ट्रीय भविष्यवक्ता पंडित रविन्द्राचार्य के अनुसार आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण के कारण पितृकर्म अपने समय पर होंगे। ग्रहण का इस पर कोई प्रभाव नहीं होगा। इस बात का ध्यान रखें कि ग्रहण के बाद कुछ दान अवरश्य करें। ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं है, लेकिन राशियों पर यह असर करता है, इसलिए ग्रहण के बाद कुछ अन्न का दान गरीबों में करना चाहिए। चंद्र ग्रहण के बाद सफेद चीजों जैसे चीनी चावल का दान किया जाता है।
ग्रहण के चरणों का मुख्य समय इस प्रकार है:
उपच्छाया ग्रहण प्रारंभ: प्रातः 06:11 बजे
आंशिक ग्रहण प्रारंभ: प्रातः 07:42 बजे
अधिकतम ग्रहण: प्रातः 08:14 बजे
आंशिक ग्रहण समाप्त: प्रातः 08:45 बजे
उपच्छाया ग्रहण समाप्त: प्रातः 10:17 बजे
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