जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
रतलाम (संस्कार सृजन) राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली (नालसा) एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार आज शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन ए.डी.आर. भवन, जिला न्यायालय रतलाम में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राकेश मोहन प्रधान, प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष के द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया।
नेशनल लोक अदालत में सम्पूर्ण जिले में न्यायालय में लंबित 838 प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिसमें 1787 व्यक्ति लाभान्वित हुए तथा कुल 66711343/- रूपये का अवार्ड पारित किया गया। नेशनल लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन (मुकदमा पूर्व ) प्रकरणों में बैंकों/फायनेंस कं. के 116 प्रकरणों का निराकरण कर 4612610/- रूपये की राशि जमा करवाई गई। जिसमें 125 व्यक्ति लाभान्वित हुए।
विद्युत विभाग के 83 प्रकरणों का निराकरण कर 2568478/- रूपये की राशि जमा करवाई गई एवं नगर निगम के जलकर के 677 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें 3184813/- राशि जमा कराई गई तथा सम्पत्ति कर व अन्य (बीएसएनएल) के 391 प्रकरणों का निराकरण कर 2925944/- रूपये की राशि जमा कराई गई। इस प्रकार उपरोक्तानुसार कुल 1267 प्रिलिटिगेशन प्रकरणो का निराकरण किया गया तथा 13291845/- रूपये की राशि जमा करवाई गई। जिसमे कुल 1285 व्यक्ति लाभान्वित हुए।
उक्त लोक अदालत में रामजी गुप्ता, प्रधान जिला न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय रतलाम,डी.एस. चौहान, विशेष न्यायाधीश, संतोष कुमार गुप्ता-प्रथम अपर जिला न्यायाधीश/नोडल अधिकारी लोक अदालत, अरूण कुमार खरादी, द्वितीय जिला न्यायाधीश, योगेन्द्र कुमार त्यागी, चतुर्थ जिला न्यायाधीश, शैलेष भद्कारिया, पंचम जिला न्यायाधीश, अफजल खान, षष्ठम जिला न्यायाधीश, मयंक मोदी, सी.जे.एम. एवं अन्य समस्त न्यायाधीशगण, राजीव उबी अध्यक्ष अधिवक्ता संघ रतलाम, लोक अभियोजन अधिकारी, एल.डी.एम. रतलाम एवं समस्त बैंक मैनेजर, नगर पालिक निगम के अधिकारी/कर्मचारी, पक्षकारगण, न्यायालयीन अधिकारी/कर्मचारीगण, पत्रकारगण, पुलिस अधिकारी/कर्मचारी, बी.एस.एन.एल. विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, एल.ए.डी.सी.एस. के अधिवक्तागण, पैरालीगल वालेंटियर उपस्थित रहे एवं सभी के द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया।
शुभारंभ कार्यक्रम का संचालन पूनम तिवारी जिला विधिक सहायता अधिकारी के द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारीगण का आभार व्यक्त किया गया।
3 वर्ष से अलग रह रहे पति-पत्नी खुशी-खुशी घर गए :-
परिवर्तित नाम हेमा निवासी -रतलाम द्वारा वर्ष 2012 में चित्तौगढ़ निवासी अमन पतिवर्तित नाम के साथ विवाह किया था। जिससे दोनों को 2 पुत्र का जन्म हुआ और वर्ष 2021 में परिवारिक विवाद होने से पति-पत्नी अलग हो गए। हेमा द्वारा कुटुम्ब न्यायालय रतलाम में अपना प्रकरण दर्ज करवा दिया और दूसरा प्रकरण धारा-12 का प्रकरण भी अन्य न्यायालय में दर्ज करवाया गया। जिसके अनुसार आज दिनांक को माननीय कुटुम्ब न्यायालय के पीठासीन अधिकारी महोदय द्वारा समझाईश दी गई। जिसके परिणामस्वरूप उनके दोनों प्रकरणों में राजीनाम सुलह समझौते के आधार पर किया गया और दोनों पति-पत्नी राजीखुशी अपने घर गये।
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें - 9214996258,7014468512.
बहुत जरूरी सूचना :- रात को दुर्घटना से बचने के लिए अपनी गाड़ी को लो बीम में चलाएँ !
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