22 वें विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

जीवन अनमोल है इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !

संस्कार सृजन राम गोपाल सैनी

जयपुर (संस्कार सृजन) सम्पूर्ण विश्व में प्रतिवर्ष 1 जून को दुग्ध को वैश्विक भोजन के रूप में स्थापित करने और डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए "विश्व दुग्ध दिवस" मनाया जाता है | जिसकी शुरुआत 2001 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने की थी । इस दिन दुनिया भर में दुग्ध और डेयरी उत्पादों के फायदों का प्रचार प्रसार विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, वर्कशॉप, सेमिनार,पोस्टर, बैनर्स, होर्डिंग अथवा रैलियों के माध्यम से किया जाता है । इस वर्ष विश्व दुग्ध दिवस 2023 की थीम पोस्टिक आहार और आजीविका पर केंद्रित रखी गई है । 

विश्व में भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है और भारत में राजस्थान दुग्ध उत्पादन में नंबर एक पर है। बावजूद आज संपूर्ण देश के आमजन को शुद्ध दूध की उपलब्धता एक टेढ़ी खीर साबित हो रही है और मिलावटी दूध के सेवन से ना केवल जन जन में खतरनाक बीमारियों जैसे रक्त कैंसर, अर्थराइटिस, हृदयाघात, आंत्रिय अल्सर, डर्मेटाइटिस, उदर विकार, मस्तिष्क आघात, गुर्दे की पथरी, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी जैसी बीमारियों से जूझना पड़ रहा है । इतना ही नहीं बलात/बलपूर्वक पशुओं के अत्यधिक दोहन से दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है और उनकी घुट घुट कर मौत हो रही है । वही देश का भावी बचपन/ नौनिहाल और नौजवान इस मिलावटी दूध को जब पीता है तो उनके शरीर में असमय परिपक्वन अवस्था के लक्षण दिखने लगते हैं  ।

चौमूं उपखंड क्षेत्र के कालाडेरा राजकीय महाविद्यालय सड़क मार्ग पर स्थित मां सरस्वती मंदिर में अंतर्राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 2023 पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ । इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में पर्यावरणविद शिक्षक कैलाश सामोता ने दुग्ध की महत्वता और दुग्ध उत्पादों की मिलावटखोरी के दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला  । सामोता ने इस अवसर पर बताता कि दुनिया भर का भारत देश में दूध के कुल 24 प्रतिशत उत्पादन हो रहा है । बावजूद विदेशों से लगभग 1024 प्रतिशत दुग्ध आयात करना पड़ रहा है, क्योंकि हर घर और हर जन के लिए दूध एक आवश्यक खाद्य पदार्थ बन गया है । राजस्थान प्रदेश में लंपी वायरस से दुधारू पशुओं की मौत के कारण भी दूध उत्पादन घटा है । अकेले राजस्थान में लपी वायरस के संक्रमण से देशभर में करीब एक करोड़ 86 लाख पशुओं की मौत हो गई है । इससे देश में दुधारू पशुओं की संख्या में भारी कम हुई है और पशुपालन के लिए आजीविका का एक संकट खड़ा हो गया हैं । कुछ पशु महंगी दवाओं और टीकाकरण के कारण बच गए, लेकिन उनकी दूध देने की क्षमता पहले की तुलना में कम हो गई है । 

ऐसे में इस आपदा को अवसर में बदलने में माहिर मिलावटखोरों ने मिलावटी दूध और दूध के विभिन्न उत्पाद बनाना तैयार कर दिया । जिस पर या तो शासन प्रशासन की नजर नहीं है और यदि है तो इसे नजरअंदाज कर रहे हैं और आमजन के स्वास्थ्य के साथ खुला खिलवाड़ कर रहे है । वही पशुपालकों को चारा और अन्य पशु आहार बहुत महंगी दरों पर मिल रहा है, इस कारण से भी पशुपालकों का पशुपालन के प्रति मोहभंग हुआ है क्योंकि लागत की तुलना में उत्पादन कम हो रहा है और यह घाटे का सौदा साबित हो रहा है । देश में दूध की घटती सप्लाई और बढ़ती डिमांड सरकार के लिए भी चिंता का विषय है, लेकिन दुग्ध उत्पादन को आजीविका का स्रोत बनाने के लिए सरकारों द्वारा कोई कठोर कदम नहीं उठाना, एक चिंता का विषय है ।

चौमूं उपखंड मुख्यालय पर विश्व दुग्ध दिवस 2023 पर आयोजित संगोष्ठी में समाज के बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों और किसानों ने अपनी पीड़ा जाहिर की और दूध और दुग्ध के उत्पादों में मिलावट खोरी पर गहरी चिंता जाहिर की । इस अवसर पर शिक्षाविद कैलाश सामोता रानीपुरा, श्रवण कुमार खेदड़, अंकित नागर, नवीन शर्मा, श्री कृष्ण तिवारी, आनन्द कुमार, चैतन्या चौधरी, दीपेंद्र खोड़लिया सहित अनेक लोग उपस्थित रहे ।

बहुत जरूरी सूचना :- रात को दुर्घटना से बचने के लिए अपनी गाड़ी को लो बीम में चलाएँ !


हम सभी किसी ना किसी रूप में जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं | पड़ोसी भूखा नहीं सोए इसका ध्यान रखें |

" संस्कार सृजन " कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देता है |

विडियो देखने के लिए -https://www.youtube.com/channel/UCDNuBdPbTqYEOA-jHQPqY0Q 

अपने आसपास की खबरों , लेखों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें - 9214996258, 7014468512,9929701157.

इमरजेंसी नंबर :- पुलिस कंट्रोल रूम- 100, चौमूं थाना - 01423-221009, डीसीपी पूर्व- 0141-2203400, एसीपी चौमूं -01423-221456, गोविंदगढ़ थाना-01423-230023, डीएसपी गोविंदगढ़-01423-230905, जयपुर ग्रामीण एसपी-0141-2206869, एंबुलेंस-108, सीएचसी चौमूं -01423-221424, सीएचसी गोविंदगढ़ - 01423-230077, सीएचसी सामोद-01423-240105, बिजली हेल्पलाइन-6376917467, एक्स ईएन चौमूं-01423-220069

Post a Comment

0 Comments