चौमूं में ज्वैलरी शोरुम को लूटने वाला एक और बदमाश गिरफ्तार

जीवन अनमोल है इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !

संस्कार न्यूज़ राम गोपाल सैनी

चौमूं (संस्कार न्यूज़शहर के चौमूं इलाके में कसाईयों की मोरी के समीप एक ज्वैलरी शोरुम में डकैती करने वाली गैंग में शामिल एक और बदमाश को पुलिस ने दो महीने बाद गिरफ्तार कर लिया। वारदात के बाद आरोपी ने डकैती का माल सर्राफा कारोबारी को बिकवा दिया था। इसके अलावा लूट के बाद हुए बंटवारे में अपना हिस्सा 1 लाख रुपए नकद और 205 ग्राम सोना लेकर फरार हो गया था।

प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि सीकर जिले की फतेहपुर जेल में बंद रहने के दौरान आरोपी महेश कुमार जाट की गैंग के सरगना सुमेर सिंह से जान पहचान हुई थी। इसके बाद जेल से जमानत पर बाहर आने पर बदमाशों ने साजिश रची और 11 अप्रेल को दिनदहाड़े चौमूं में एम.के. एंड संस ज्वैलरी शोरुम में डकैती डाली थी। इससे पहले पुलिस गैंग के सरगना सुमेर सिंह, शशांक पांडे और डकैती का माल खरीदने वाले ललित सोनी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

ये है पूरा मामला

डीसीपी (वेस्ट) प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि गिरफ‌तार आरोपी महेश कुमार जाट (27) सीकर जिले में फतेहपुर कस्बे में जालेऊ गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ जयपुर के विश्वकर्मा थाने में आर्म्स एक्ट और बाकी तीन मुकदमे सीकर जिले के फतेहपुर थाने में दर्ज है। इनमें मारपीट, धमकाना और हत्या के प्रयास के आरोप है। जिनमें कोर्ट में चालान पेश हो चुका है। 11 अप्रेल को डकैती के बाद महेश ने मोबाइल बंद कर लिया था।

पूछताछ में सामने आया कि फतेहपुर जेल में डकैत गैंग के सरगना सुमेर सिंह और महेश कुमार जाट की मुलाकात के बाद जमानत हो गई। तब उन्होंने मोटी रकम के चक्कर में डकैती की साजिश रची। इसके लिए सुमेर सिंह के ईशारे पर महेश जाट ने जीतू उर्फ जितेंद्र, योगेंद्र मुंडिया, शशांक पांडे, मनोज कुमार, भूपेंद्र कुमावत और गोविंद माली के साथ एम.के. ज्वैलर्स पर डकैती की योजना बनाई।

लेकिन 11 अप्रेल को वारदात के दिन किसी कारण से महेश चौमूं नहीं पहुंच सका। उसने बाइक देकर योगेंद्र मुंडिया को लूटपाट के लिए चौमूं भेजा। डकैती के बाद महेश गिरोह के साथियों के साथ मिलकर लूट की रकम और ज्वैलरी का बंटवारा किया। इसके अलावा ज्वैलरी कारोबारी ललित सोनी को 320 ग्राम सोना बेच भी दिया। घटना के बाद फरार महेश जाट व अन्य को पकड़ने के लिए एसीपी राजेंद्र सिंह निर्वाण, चौमूं थानाप्रभारी हेमराज गुर्जर के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। इसमें सायबर सेल के हैडकांस्टेबल लक्ष्मीकांत ने अहम रोल निभाया।

ज्वैलरी कारोबारी और उसके मासूम भतीजे को बंधक बनाकर दोपहर पौने 3 बजे की थी वारदात

11 अप्रेल को चौमूं निवासी अर्जुन सोनी अपने भतीजे के साथ ज्वैलरी शोरुम पर बैठे थे। तभी नकाबपोश डकैत शोरुम में घुसे। उनके पास हाथों में बैग और पिस्तौल थी। डकैतों ने डरा धमकाकर अर्जुन व उनके भतीजे को बंधक बना लिया। धमकियां दी। मारपीट की। इसके बाद शोरुम में रखे सोने चांदी के आभूषण व नकदी को बैग में भरकर भाग निकले थे। 


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