जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
सुबह की शुरुआत माता-पिता के चरण स्पर्श से करें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
जयपुर (संस्कार सृजन) महाविद्यालय की छात्राएँ एवं एन.एस.एस. स्वयंसेवकों ने आज सुभाष चंद्र बोस जयन्ती के अवसर पर संविधान पार्क का भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य सुभाष चंद्र बोस के योगदान के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करना और देश की संविधानिक धरोहर को समझना था। छात्राओं और स्वयंसेवकों ने पार्क में स्थित संविधान पार्क के चित्रों और दस्तावेजों को देखा और देश के संविधान के निर्माण में उनकी भूमिका को समझा।
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं ने न केवल सुभाष चंद्र बोस के संघर्षों को जाना, बल्कि भारतीय संविधान के महत्व को भी महसूस किया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो ख़ामोश मीना ने बताया कि महाविद्यालय नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 128वीं जयंती मना रहा है। मां भारती के वीर सपूत, महान देशभक्त, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है। आज का दिन इस करिश्माई नेता, प्रेरक व्यक्तित्व और महान योद्धा को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित करने का है जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी,और छात्राओं को संविधान के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया ।
इस कार्यक्रम में एन.एस.एस.प्रभारी डॉ.अर्चना वर्मा ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान नेताजी ने तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा, जय हिन्द, दिल्ली चलो जैसे नारों से लोगों में देशभक्ति की भावना को उजागर किया और स्वतंत्रता आंदोलन में कूदने की अलख जगाई। उनके द्वारा दिया गया "जय हिन्द" का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया । कार्यक्रम का आयोजन डॉ .अर्चना वर्मा एवं डॉ.कनक शर्मा के सान्निध्य में किया गया ।
सभी ने संविधान के प्रति अपनी आस्था और योगदान को प्रकट किया और इसे राष्ट्रीय ऐकता और अखंडता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण क़दम माना।
किसी भी कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए संपर्क करें - 9214996258,7014468512.