जीवन अनमोल है , इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !
मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !
संस्कार सृजन @ राम गोपाल सैनी
नई दिल्ली (संस्कार सृजन) एचआईवी एड्स बहुत ही संक्रामक और जानलेवा बीमारी है जो ह्यूमन इम्यूनो डिफिशियेंसी वायरस के संक्रमण की वजह से होती है। पूरे विश्व में लगभग 3.53 करोड़ लोग एचआईवी से पीड़ित हैं। इस बीमारी से पीड़ित मरीज़ों का इम्यून सिस्टम बेहद कमज़ोर हो जाता है, जिससे उनकी बॉडी में बीमारियों से लड़ने की क्षमता खत्म होने लगती है। इस बीमारी का इलाज एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी से किया जाता है, ताकि बॉडी में वायरस के प्रभाव को कम किया जा सके।
एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी में एड्स के मरीजों को रोज गोली खानी पड़ती है। रोज़ाना दवाई का सेवन लोगों को इरिटेट करता है, साथ ही मरीज़ कई बार दवा खाना भी भूल जाते हैं। रोज़ दवा का सेवन मरीज़ों को मानसिक तौर पर कमजोर करता है, उन्हें बीमार होने का हर दिन अहसास कराता है। मरीज़ों की इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसा इंजेक्शन बनाया है, जिसे लेने से एड्स के मरीज़ों को दो महीनों तक दवा खाने की जरूरत नहीं होगी।
केवेनुआवा इंजेक्शन दो महीनों तक करेगा असर:
इस इंजेक्शन का नाम केवेनुआवा है, जिसका इस्तेमाल ब्रिटेन में मरीज़ों पर किया जाने लगा है। यह दवा दो दवाओं कोबोटेग्रेविर के साथ रिलपिवरिन से बनी है।
ब्रिटेन में एचआईवी के इलाज के लिए इंजेक्शन को मिली मंजूरी:
ब्रिटिश सरकार ने एचआईवी इलाज के लिए इस इंजेक्शन को मंजूरी दे दी है। यह इंजेक्शन हर एक महीने के बाद मरीज़ों को लगाया जाएगा। यानी दो महीने में एक इंजेक्शन से काम चल जाएगा। ब्रिटेन के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर ने ब्रिटेन के एचआईवी एड्स से पीड़ित 13 हजार लोगों को चिह्नित किया है, जिन्हें कोबोटेग्रेविर के साथ रिलपिवरिन नाम का इंजेक्शन दिया जाएगा। ब्रिटेन में साउथ स्टोर हेल्थ के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ टोड एलेरिन ने बताया कि इस इंजेक्शन का आना बहुत ही रोमांचक और प्रगतिशील कदम है। इससे एचआईवी के खिलाफ हमारी लड़ाई मजबूत होगी।
केवेनुआवा इंजेक्शन से एड्स के मरीज़ों का इलाज:
वैज्ञानिक इस इंजेक्शन को एचआईवी के इलाज के लिए क्रांतिकारी मान रहे हैं। यह दवा वायरस को खून में जाने से रोकती है, जिससे एडस पूरे शरीर में नहीं फैलता। यह इंजेक्शन दवा की तरह ही काम करेगा, यह इंजेक्शन खास एंजाइम को ब्लॉक करेगा।
केवेनुआवा दवा शरीर में बहुत ज्यादा दिनों तक बरकरार रहती है, इसमें महीने में एक बार या दो महीने में एक बार दवा की जरूरत पड़ेगी। दो महीने में एक इंजेक्शन लगवाने में किसी को कोई परेशानी नहीं होगी।
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