बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया

जीवन अनमोल है इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !

संस्कार सृजन राम गोपाल सैनी

रतननगर (संस्कार सृजन) नगर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किरोड़ीमल मीना पार्षद के संयोजन में बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व पार्षद सुरेंद्र शर्मा द्वारा की गई तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगनाराम मेघवाल पार्षद व कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि साबिर मोहम्मद पार्षद थे। कार्यक्रम की शुरुआत बिरसा मुंडा के चित्र पर धूप दीप व पुष्प अर्पित कर की गई ।

कार्यक्रम के संयोजक किरोड़ीमल मीना ने अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासी संवर्ग के जनजातीय शहिद बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 के दशक में छोटे किसान व गरीब परिवार में हुआ था क। बिरसा मुंडा ने 1900 ई. में आदिवासी लोगो को संगठित किया उन्होंने मुंडा जनजाति के लोगो को अंग्रेजों से मुक्ति पाने के लिए अपना नेतृत्व प्रदान किया तथा 1894 में छोटा नागपुर में आंदोलन असफल होने व मानसून खराब होने से भयंकर आकाल और महामारी फैली जिसका बिरसा ने पूरे मनोयोग से अपने लोगो की सेवा की ।


1 अक्टूबर 1894 को नौजवान नेता के रूप में सभी मुंडाओं को एकत्रित कर इन्होंने अंग्रेजों से लगान माफी के लिए आंदोलन किया। 1895 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया तथा उन्हें 2 साल के कठोर कारावास की सज़ा दी गयी ।

बिरसा और उनके शिष्यों ने क्षेत्र की अकाल पीड़ित जनता की सहायता करने के कारण उन्होंने अपने जीवन काल मे एक महा पुरूष का दर्जा पाया। उन्हें उस इलाके के लोग धरती बाबा के नाम से पुकारा ओर पूजा करते थे। 


1897 से 1900 ई. के बीच मुंडाओं और अंग्रेज सिपाहियों के बीच युद्ध होते रहे । अगस्त 1897 में बिरसा औऱ उसके 400 सिपाहियों ने तीर कमानों से लेस होकर खूंटी खाने पर धावा बोला। 1898 में  ताँगा नदी के किनारे मुंडाओं की भिड़ंत अंग्रेजी सेनाओं से हुई जिसमें अंग्रेजी सेना को हार का मुंह देखना पड़ा ।

जनवरी 1900 में दोनमरी पहाड़ पर एक ओर संघर्ष हुआ जिसमें मुंडा परिवारों की बहुत से औरते और बच्चे मारे गए तथा बिरसा के कुछ अनुयायी को गिरफ्तार कर लिया गया ।

अंत मे स्वयं छंबिरसा भी 3 फरवरी 1900 को चक्रधरपुर के जमको पाई जंगल से अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया तथा अंग्रेजों द्वारा 1900 ई. में ही रांची कारागार में ज़हर देकर मार दिया गया ।बिरसा ने अपनी अंतिम सांस 9 जून 1900 ई. में ली व अपने लोगों के हितों की रक्षार्थ जेल में ही शहीद हो गए ।


आज भी बिहार , उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और प.बंगाल के आदिवासी इलाकों में बिरसा मुंडा को भगवान की तरह पूजा जाता है । 

राष्ट्रीय मीणा महासभा मुख्य संगठन सचिव झाबरमल मीना ने अपने उद्बोधन में कहा कि बिरसा मुंडा की समाधि रांची में कोकर के निकट डिस्टिलरी पूल के पास स्थित हैं। वहीं उनका स्टेचू भी लगा है। उनकी स्मृति में रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार तथा बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय भीमानंद क्षेत्र भी हैं । 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगनाराम मेघवाल ने कहा कि बिरसा मुंडा द्वारा अपने जीवन काल मे ब्रिटिश बहुमत का विरोध करने व आदिवासी लोगो को न्याय दिलाने के लिए जीवन प्रयन्त संघर्ष किया जो अनुकर्णीय हैं।


कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि  साबिर मोहम्मद पार्षद व समाज सेवी सकील कुरैशी ने भी संबोधित किया ।

कार्यक्रम के अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेकर आदिवासी समाज के गरीब पिछडो व अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए हम सब को मिलकर संघर्ष करना चाहिए 


बिरसा मुंडा द्वारा अपने जीवन मे किये गए जन हितेषी कार्यो को आमजनता तक पहुचाने की हमे सार्थीक प्रयास करने चाहिए। भारत सरकार ने भी 15 नवम्बर यानी बिरसा मुंडा की जयंती  जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर रखी है जो स्वागत योग्य हैं।

इस कार्यक्रम में आसिफ़ खान पार्षद , सरीफ गौरी पूर्व पार्षद , फारूक व्यापारी पार्षद प्रतिनिधि ,महेश कुमार जाट  , योगेन्द्र मीना , नरोत्तम मीणा आदि आ अनेक लोग उपस्थित रहे।


हम सभी किसी ना किसी रूप में जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं | पड़ोसी भूखा नहीं सोए इसका ध्यान रखें |

" संस्कार सृजन " कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देता है |

विडियो देखने के लिए -https://www.youtube.com/channel/UCDNuBdPbTqYEOA-jHQPqY0Q 

अपने आसपास की खबरों , लेखों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें - 9214996258, 7014468512,9929701157.



इमरजेंसी नंबर :- पुलिस कंट्रोल रूम- 100, चौमूं थाना - 01423-221009, डीसीपी पूर्व- 0141-2203400, एसीपी चौमूं -01423-221456, गोविंदगढ़ थाना-01423-230023, डीएसपी गोविंदगढ़-01423-230905, जयपुर ग्रामीण एसपी-0141-2206869, एंबुलेंस-108, सीएचसी चौमूं -01423-221424, सीएचसी गोविंदगढ़ - 01423-230077, सीएचसी सामोद-01423-240105, बिजली हेल्पलाइन-6376917467, एक्स ईएन चौमूं-01423-220069, एईएन प्रथम-01423-220006, एईएन द्वितीय-01423-220013, निगम सामोद-01423-240004.

Post a Comment

0 Comments