CHO भर्ती में जयपुर आए चयनितों का छलका दर्द

जीवन अनमोल है इसे आत्महत्या कर नष्ट नहीं करें !

हम सब मिलकर ऑक्सीजन,बेड,इंजेक्शन और वेंटीलेटर दिलाएं !

मास्क लगाकर रहें ! सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें !

संस्कार न्यूज़ राम गोपाल सैनी

जयपुर (संस्कार न्यूज़) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशालय ने लंबे अरसे से अटकी संविदा सीएचओ भर्ती-2020 के अंतर्गत 7,353 चयनितों की चयन सूची गत रविवार को जारी की थी। इसके बाद तत्काल चयनितों को ज्वाइनिंग दे दी और दस्तावेज जमा करवाने के लिए तीन दिन का वक्त देते हुए संभाग मुख्यालयों पर बुला लिया। कोविड महामारी और प्रदेश में चल रहे सख्त लॉकडाउन के बीच चिकित्सा विभाग द्वारा जल्दबाजी में लिया गया निर्णय सीएचओ भर्ती में चयनितों और उनके परिजनों के लिए परेशानी बन गया।

आनन फानन में महंगा किराया देकर गाड़ियों से डूंगरपुर बांसवाड़ा से करीब 600-700 किलोमीटर दूरी तय कर जयपुर संभाग में ज्वाइनिंग के लिए बुधवार को जयपुर में आदर्श नगर स्थित सीएमएचओ कार्यालय पर दस्तावेज जमा करवाने पहुंचे चयनितों से भास्कर संवाददाता ने बातचीत की तो उनका दर्द सामने आया।

नियमों के विरूद्ध हम टीएसपी वालों को नॉन टीएसपी इलाके में ज्वाइनिंग दे दी
लंबे अरसे से अटकी भर्ती का रिजल्ट कोविड काल में जारी कर दिया। इसके बाद हम टीएसपी वालों को नॉन टीएसपी इलाके में ज्वाइनिंग दे दी। जबकि यह नियमों के खिलाफ है। यह कहना था डूंगरपुर के रहने वाले हार्दिक मेहता का। उन्होंने बताया कि 18 हजार रुपए का किराया देकर जयपुर आना पड़ा। जयपुर में पहुंचने पर लॉकडाउन होने से पुलिस ने परेशान किया। हमारी गाड़ी का चालान भी काटा। जबकि हमने हमारे दस्तावेज भी दिखाए। यह भी कहा कि हम कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर की ज्वाइनिंग के लिए आए है। लेकिन पुलिसकर्मियों ने कोई बात नहीं सुनी।

विभाग ने दो दिन बाद फिर बुलाया है, लेकिन हम कहां ठहरेंगे और कहां खाना मिलेगा, कुछ नहीं पता
डूंगरपुर के रहने वाले विकास पाटीदार और शाहिद ने इतने सारे लोगों को एक साथ बुला लिया तो लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कैसे होगी। हम लोगों ने जब दस्तावेज सबमिट करवाए तो हमें कुछ नहीं प्रूव नहीं दिया गया कि हमारे दस्तावेज वक्त पर जमा हो गए है। बांसवाड़ा के किशन पाटीदार और एक अन्य चयनित ने कहा कि 20 हजार रूपए देकर किराया भाड़ा देकर टीएसपी क्षेत्रों से जयपुर बुलाया गया।

लेकिन यहां विभाग ने हमारे ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। जयपुर पहुंचने के बाद कल से खाना तक नहीं खाया है। लॉकडाउन की वजह से यहां सब बंद पड़ा है। कोई ठहरने की जगह नहीं मिल रही है। दो दिन बाद फिर से ट्रेनिंग के लिए बुलाया है। ऐसे में अब समझ नहीं आ रहा है कि दो दिन तक हम लॉकडाउन होने से कहां ठहरेंगे। ऐसा लगता है कि मानो सड़क पर सोकर ही रात बितानी पड़ेगी।

सैंकड़ों की संख्या में चयनितों को एक साथ बुलाने से बढ़ा कोरोना का खतरा

चिकित्सा विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए बिना जयपुर संभाग के लिए चयनित हुए काफी संख्या में कम्युनिटी स्वास्थ्य अधिकारी को ज्वाइनिंग के लिए बुला लिया। इस बीच सुबह 9 बजे से सभी चयनित प्रदेश के दूर दराज के हिस्सों से ज्वाइनिंग करने अपने परिजनों के साथ आदर्श नगर में सेठी कॉलोनी स्थित सीएमएचओ ऑफिस पहुंचे। वहां अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए ज्वाइनिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करवाने के लिए पहुंचे तो लॉकडाउन और कोरोना गाइडलाइन के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी।


हम सभी किसी ना किसी रूप में जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं | पड़ोसी भूखा नहीं सोए इसका ध्यान रखें |

" संस्कार न्यूज़ " कोरोना योद्धाओं को दिल से धन्यवाद देता है |

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